भज गोविंदम का महत्व

भज गोविंदम का महत्व

यह भजन सांसारिक मोह, धन और भौतिक सुखों से ऊपर उठकर भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति करने की प्रेरणा देता है।

भजन के रचयिता

भजन के रचयिता

भज गोविंदम स्तोत्र की रचना आदि शंकराचार्य ने की थी, जो मानव जीवन की सच्चाई और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग दिखाता है।

प्रमुख श्लोक और अर्थ

प्रमुख श्लोक और अर्थ

इस स्तोत्र के प्रसिद्ध श्लोक जैसे "भज गोविंदं भज गोविंदं गोविंदं भज मूढ़मते" हमें बताते हैं कि मृत्यु के समय सांसारिक ज्ञान किसी काम नहीं आता, केवल भक्ति ही उद्धार कर सकती है।

सांसारिक मोह से बचाव

सांसारिक मोह से बचाव

यह भजन धन, यौवन और परिवार के मोह में न फंसकर आध्यात्मिक जीवन जीने का संदेश देता है।

पूजा विधि

पूजा विधि

भज गोविंदम स्तोत्र का पाठ करने के लिए श्रीकृष्ण की मूर्ति के सामने दीपक जलाकर, फूल अर्पित करके और श्रद्धा भाव से स्तोत्र का पाठ किया जाता है।

भज गोविंदम के लाभ

भज गोविंदम के लाभ

इस स्तोत्र के नियमित पाठ से मानसिक शांति, मोक्ष की प्राप्ति और सांसारिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।