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भजन: गणेश वंदना

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया।
सुख करता दुख हरता, श्री गजानन जय जय कारा॥

 गणेश भजन का हिंदी अर्थ:

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
(हे वक्रतुंड, महाकाय, जो करोड़ों सूर्यों के समान तेजस्वी हैं।)

निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
(हे देव! मेरे सभी कार्यों को हमेशा बिना विघ्न के पूर्ण करें।)

गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया।
(हे गणपति बप्पा, आपका जयकारा हो, आप मंगलकारी हैं।)

सुख करता दुख हरता, श्री गजानन जय जय कारा॥
(आप सुख देने वाले और दुखों को हरने वाले हैं, हे श्री गजानन, आपकी जय हो!)

 Meaning of Ganesh Bhajan in English:

Vakratunda Mahakaya Suryakoti Samaprabha
(O Lord with a curved trunk, massive body, and radiance like a million suns.)

Nirvighnam Kuru Me Deva Sarvakaryeshu Sarvada
(O Lord, please remove all obstacles from my endeavors, always and forever.)

Ganpati Bappa Morya, Mangal Murti Morya
(Hail Lord Ganpati! You are the divine embodiment of auspiciousness.)

Sukh Karta Dukh Harta, Shri Gajanan Jai Jai Kara
(You are the giver of happiness and the remover of sorrow, O Lord Gajanan, victory to you!)

 

गणेश पूजा विधि और पूजन सामग्री

🌿 पूजन सामग्री (Pooja Samagri)

गणेश पूजा के लिए निम्नलिखित सामग्री आवश्यक होती है:

  1. गणेश प्रतिमा – मिट्टी या धातु की गणपति मूर्ति
  2. कलश (जल से भरा हुआ)
  3. मौली (कलावा)
  4. पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का मिश्रण)
  5. सुगंधित धूप, अगरबत्ती व दीपक
  6. रोल (रोली), कुमकुम और हल्दी
  7. अक्षत (चावल के दाने)
  8. पुष्प (फूल) और माला
  9. दूर्वा घास (गणेश जी को अर्पित करने के लिए)
  10. नैवेद्य (मोदक, लड्डू, फल, मिठाई)
  11. नारियल और पान के पत्ते
  12. सुपारी और लौंग-इलायची
  13. गंगाजल व शुद्ध जल
  14. चंदन और इत्र

🪔 गणेश पूजा विधि (Pooja Vidhi)

  1. स्नान और शुद्धि – स्वयं स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
  2. गणपति स्थापना – गणेश प्रतिमा को चौकी पर लाल या पीले वस्त्र बिछाकर विराजमान करें।
  3. कलश स्थापना – जल से भरा कलश रखें और उस पर मौली बांधें।
  4. दीप जलाना – दीपक और अगरबत्ती जलाकर गणेश जी का ध्यान करें।
  5. आवाहन और ध्यान – गणपति का आवाहन करें और मंत्र उच्चारण करें:
    “ॐ गण गणपतये नमः”
  6. अभिषेक – गणेश जी को पंचामृत से स्नान कराएं और फिर शुद्ध जल से धोकर वस्त्र अर्पित करें।
  7. संध्या पूजा – तिलक लगाकर फूल, दूर्वा, अक्षत और चंदन अर्पित करें।
  8. नैवेद्य अर्पण – गणेश जी को मोदक, लड्डू और फल अर्पित करें।
  9. आरती करें – गणपति आरती गाएं और घंटी बजाएं।
  10. प्रसाद वितरण – पूजा समाप्त होने पर सभी को प्रसाद वितरित करें।

🙏 गणपति बप्पा मोरया! 🙏