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जय भैरव! संकट मोचन भगवान भैरव का दिव्य भजन

भजन 

🔱 जय जय भैरव नाथ, संकट हरो हमारे।
🔱 ध्वजा ऊँची, डमरू बाजे, चरणों में शीश नवाए।।
🔱 काल भैरव, कृपा बरसाओ, पथ दिखलाओ प्यारे।
🔱 शरण तुम्हारी आएं हम, दूर करो अंधियारे।।
🔱 भूत प्रेत सब भागे तेरे, संकट का अंत कराए।
🔱 मदिरा नहीं, भक्ति चढ़ाते, कृपा करो महाराजे।।
🔱 जय जय भैरव नाथ, संकट हरो हमारे।।

 

यह भजन भगवान भैरव की स्तुति और उनकी कृपा की प्रार्थना करता है। इसका अर्थ इस प्रकार है:

🔱 “जय जय भैरव नाथ, संकट हरो हमारे।”
(हे भैरव नाथ! आपकी जय हो, हमारे सभी संकट दूर करें।)

🔱 “ध्वजा ऊँची, डमरू बाजे, चरणों में शीश नवाए।।”
(आपकी ध्वजा ऊँची लहराए, डमरू की ध्वनि गूंजे, हम आपके चरणों में सिर झुकाते हैं।)

🔱 “काल भैरव, कृपा बरसाओ, पथ दिखलाओ प्यारे।”
(हे काल भैरव! हम पर कृपा करें और सही मार्ग दिखाएं।)

🔱 “शरण तुम्हारी आएं हम, दूर करो अंधियारे।।”
(हम आपकी शरण में आए हैं, हमारे जीवन के अंधकार को दूर करें।)

🔱 “भूत प्रेत सब भागे तेरे, संकट का अंत कराए।”
(आपके प्रभाव से भूत-प्रेत भी भाग जाते हैं और संकट समाप्त हो जाते हैं।)

🔱 “मदिरा नहीं, भक्ति चढ़ाते, कृपा करो महाराजे।।”
(हम आपको मदिरा नहीं, बल्कि भक्ति समर्पित करते हैं, कृपा करें, हे महाराज!)

🔱 “जय जय भैरव नाथ, संकट हरो हमारे।।”
(हे भैरव नाथ! आपकी जय हो, हमारे सभी संकट दूर करें।)

यह भजन भगवान भैरव की महिमा का गुणगान करता है और भक्तों की श्रद्धा व्यक्त करता है। 🙏🚩

 

This bhajan is a hymn in praise of Lord Bhairav, seeking his blessings and protection. Here is its meaning in English:

🔱 “Jai Jai Bhairav Nath, Sankat Haro Hamare.”
(Hail Lord Bhairav! Remove all our troubles.)

🔱 “Dhwaja Oonchi, Damru Baje, Charanon Mein Sheesh Navae.”
(Your flag waves high, the damru (drum) echoes, we bow at your feet.)

🔱 “Kaal Bhairav, Kripa Barsao, Path Dikhao Pyare.”
(O Kaal Bhairav! Shower your blessings and show us the right path.)

🔱 “Sharan Tumhari Aaye Hum, Door Karo Andhiyare.”
(We have come under your refuge, remove the darkness from our lives.)

🔱 “Bhoot Pret Sab Bhage Tere, Sankat Ka Ant Karaye.”
(With your power, ghosts and evil spirits flee, and all troubles come to an end.)

🔱 “Madira Nahi, Bhakti Chadhate, Kripa Karo Maharaje.”
(We do not offer liquor, but devotion to you—bless us, O Lord!)

🔱 “Jai Jai Bhairav Nath, Sankat Haro Hamare.”
(Hail Lord Bhairav! Remove all our troubles.)

This bhajan glorifies Lord Bhairav, expressing deep devotion and seeking his divine protection. 🙏🚩

 

भगवान भैरव की पूजा विधि एवं पूजा सामग्री

🛕 पूजा सामग्री (Pooja Samagri):

  1. भगवान भैरव की मूर्ति या चित्र
  2. पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल)
  3. सिंदूर और चंदन
  4. अक्षत (चावल के दाने)
  5. धूप, दीप और कर्पूर
  6. लाल फूल (विशेष रूप से गुड़हल)
  7. भोग (हलवा, चने, पान, मिष्ठान आदि)
  8. काला तिल और उड़द दाल
  9. रुद्राक्ष की माला
  10. मदिरा (यदि परंपरा में मान्य हो)

🛕 पूजा विधि (Pooja Vidhi):

🔸 1. स्नान एवं संकल्प:
सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और भगवान भैरव की पूजा का संकल्प लें।

🔸 2. आसन स्थापना:
भगवान भैरव की मूर्ति या चित्र को लाल या काले वस्त्र पर स्थापित करें।

🔸 3. दीप प्रज्वलन एवं ध्यान:
दीपक जलाकर भगवान भैरव का ध्यान करें और प्रार्थना करें।

🔸 4. अभिषेक:
पंचामृत से भगवान भैरव का अभिषेक करें और फिर गंगाजल से स्नान कराएं।

🔸 5. श्रृंगार एवं अर्पण:
भगवान को चंदन, सिंदूर, लाल फूल, काले तिल और अक्षत अर्पित करें।

🔸 6. धूप-दीप एवं भोग:
धूप, दीप जलाकर गुड़, चना, हलवा या अन्य प्रसाद अर्पित करें। परंपरा अनुसार मदिरा अर्पण भी किया जा सकता है।

🔸 7. मंत्र जाप:
भगवान भैरव के मंत्रों का जाप करें, जैसे:
“ॐ भ्रां भ्रीं भ्रूं भैरवाय नमः।” (108 बार)

🔸 8. आरती एवं प्रसाद वितरण:
भैरव जी की आरती करें और सभी को प्रसाद वितरित करें।

🙏 भैरव पूजा विशेष रूप से रविवार और कालाष्टमी के दिन करना अत्यंत शुभ होता है। 🚩