भजन
शनि देव कृपा करो, जीवन मेरा संवार दो।
कर्मों का फल मिले सदा, सत्य की राह दिखा दो।।
तेरी छाया में चैन मिले, दुख सब दूर हो जाएं।
तेरी आराधना करूं, मन में सुकून आ जाए।।
तेल चढ़ाऊँ दीप जलाऊँ, दर्शन तेरा पाऊँ।
तेरी कृपा जो मिल जाए, कष्ट सभी मिट जाऊँ।।
यह भजन शनि देव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए समर्पित है। इसमें भक्त शनि देव से प्रार्थना करता है कि वे उसके जीवन को संवारें, कर्मों का उचित फल दें और सत्य की राह दिखाएं।
भजन में बताया गया है कि शनि देव की छाया में शांति और सुकून मिलता है, दुख दूर हो जाते हैं। उनकी आराधना करने से मन को शांति मिलती है। दीप जलाकर और तेल चढ़ाकर भक्त उनके दर्शन की कामना करता है और उनकी कृपा से सभी कष्टों के मिटने की आशा करता है।
This bhajan is dedicated to seeking the blessings and grace of Lord Shani. The devotee prays to Shani Dev to bless and guide their life, grant the rightful fruits of karma, and show the path of truth.
The bhajan conveys that in the presence of Shani Dev, one finds peace and relief from sorrows. Worshiping him brings mental peace. By lighting a lamp and offering oil, the devotee wishes for his divine darshan (sight) and hopes that all hardships will be removed through his grace.
📅 विशेष: शनिवार को पूजा करना विशेष फलदायी होता है।