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राम चालीसा – भगवान श्रीराम की महिमा का गायन

राम चालीसा

जय श्रीराम, जय श्रीराम, जय श्रीराम।
श्रीरामचन्द्र कृपालु भजुमन, हरन भवभय दारुणम्॥ 1॥

साक्षात श्रीराम भगवान के चरणों में भक्तों का कल्याण।
साक्षात श्रीराम के चरणों में भक्तों का कल्याण॥

राम रंग रङ्गीला बगिया में संगी।।
लक्ष्मणजी सेवा में हर्षित मणि माला।

सीताजी दीननाथ महाशक्ति है,
रक्षा शक्ति है जो धर्म, जैसे स्वामी हरिकृष्ण॥

राम राम

Meaning of Ram Chalisa in Hindi :

राम चालीसा का अर्थ :

  1. जय श्रीराम, जय श्रीराम, जय श्रीराम।
    • यह राम के प्रति श्रद्धा और भक्ति की अभिव्यक्ति है, जिसमें भगवान श्रीराम की महिमा का गुणगान किया गया है।
  2. श्रीरामचन्द्र कृपालु भजुमन, हरन भवभय दारुणम्।
    • श्रीराम चंद्र जी, जो बहुत ही दयालु और कृपालु हैं, हमारे मन में निवास करें और हमारे समस्त भयों और दुखों को दूर करें।
  3. साक्षात श्रीराम भगवान के चरणों में भक्तों का कल्याण।
    • भगवान श्रीराम के चरणों में साक्षात भक्ति है, जो सभी भक्तों के कल्याण का कारण बनते हैं।
  4. राम रंग रङ्गीला बगिया में संगी।
    • श्रीराम का प्रेम रंग-बिरंगे बगिया की तरह है, और उनके संग में शांति और आनंद मिलता है।
  5. लक्ष्मणजी सेवा में हर्षित मणि माला।
    • भगवान श्रीराम के साथ लक्ष्मण जी की सेवा में हर्षित हैं, और उनके साथ सच्ची श्रद्धा और प्रेम से समर्पित रहते हैं।
  6. सीताजी दीननाथ महाशक्ति है, रक्षा शक्ति है जो धर्म, जैसे स्वामी हरिकृष्ण।
    • माता सीता जी भगवान राम की महाशक्ति हैं, जो धर्म की रक्षा करती हैं, और भगवान श्रीराम का अवतार हर समय धर्म की रक्षा करने के लिए हुआ है।

Meaning of Ram Chalisa in English :

  1. Jai Shri Ram, Jai Shri Ram, Jai Shri Ram.
    • This is an expression of reverence and devotion to Lord Ram, praising His glory.
  2. Shri Ramchandra Kripalu Bhajuman, Haran Bhavbhay Darnam.
    • Lord Ram, who is full of compassion and kindness, reside in our hearts and remove all our fears and suffering.
  3. Sakshat Shri Ram Bhagwan Ke Charanon Mein Bhakton Ka Kalyan.
    • The very presence of Lord Ram in His divine form brings the welfare and salvation of all devotees.
  4. Ram Rang Rangila Bagiya Mein Sangi.
    • The love of Lord Ram is like a vibrant, colorful garden, and in His company, one experiences peace and joy.
  5. Lakshmanji Seva Mein Harshit Mani Mala.
    • Lord Lakshman is devoted to serving Lord Ram, and they both rejoice in the service of each other with great love and reverence.
  6. Sitaji Deenath Mahashakti Hai, Raksha Shakti Hai Jo Dharma, Jaise Swami Harikrishna.
    • Goddess Sita is the divine power of Lord Ram, the protector of righteousness (Dharma). Her presence alongside Lord Ram ensures the protection of the divine law, just like Lord Krishna’s role in upholding Dharma.

Puja Vidhi (Procedure) and Puja Samagri (Items) for Ram Puja in Hindi :

राम पूजा विधि (Ram Puja Vidhi)

  1. स्नान और पवित्रता:
    • पूजा से पहले अच्छे से स्नान कर शुद्ध और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
    • पूजा स्थल को साफ करें और वहां शुद्धता बनाए रखें।
  2. विधान का प्रारंभ:
    • पूजा स्थल पर एक चौकी रखें और उस पर लाल या पीले रंग का वस्त्र बिछाएं।
    • भगवान श्रीराम, माता सीता, भगवान लक्ष्मण और हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति रखें।
  3. दीपक और अगरबत्तियाँ:
    • दीपक जलाएं और अगरबत्तियाँ रखें ताकि वातावरण में सुगंध फैल सके।
  4. गंगाजल या शुद्ध जल से अभिषेक:
    • भगवान राम की मूर्ति या चित्र पर शुद्ध जल (गंगाजल) से अभिषेक करें।
    • अगर संभव हो तो पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर) का उपयोग करें।
  5. पूजा सामग्री का अर्पण:
    • फूलों, चढ़ावे, फल और अन्य पूजा सामग्री का अर्पण करें।
    • माला से भगवान श्रीराम के 108 नामों का जाप करें।
  6. राम चालीसा और भजन का गायन:
    • राम चालीसा का पाठ करें या किसी पवित्र स्थान पर राम का नाम लें।
    • श्रीराम के भजनों का गायन भी किया जा सकता है।
  7. आरती का आयोजन:
    • पूजा के अंत में भगवान श्रीराम की आरती करें।
    • दीपक जलाकर आरती का पाठ करें और भगवान श्रीराम की जयकार करें।
  8. प्रसाद वितरण:
    • पूजा के बाद भगवान को प्रसाद अर्पित करें और परिवार के सभी सदस्यों में प्रसाद वितरण करें।
    • मीठे पकवान, फल और अन्य स्वादिष्ट व्यंजन प्रसाद के रूप में अर्पित करें।

राम पूजा सामग्री (Puja Samagri)

  1. चाँदी या ताम्बे का पूजा पात्र (पुजा की सामग्री रखने के लिए)
  2. श्रीराम की मूर्ति या चित्र
  3. दीपक और बत्ती (घी या तेल का दीपक)
  4. अगरबत्तियाँ (धूप)
  5. पंखा (पंखा या चंवर)
  6. पाँच प्रकार का फल (केला, सेब, संतरा, नारियल, अनार)
  7. पवित्र जल (गंगाजल या साधारण जल)
  8. पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर)
  9. फूल (चमेली, गुलाब, बेला, मोगरा)
  10. पारिजात के फूल (अगर उपलब्ध हो तो)
  11. चन्दन (चन्दन का पेस्ट या चन्दन की लकड़ी)
  12. कलावा (रंगीन धागा या मौली)
  13. कपूर (आरती के लिए)
  14. माला (108 की माला या श्रीराम के मंत्र का जाप करने के लिए)
  15. नैवेद्य (पानी, मिष्ठान, हलवा, खीर, फल आदि)
  16. सुपारी, ताम्बूल और इलायची
  17. दक्षिणा (यदि पूजा विशेष अवसर पर है तो)

नोट :

  • पूजा को पूरे श्रद्धा और विश्वास से करें।
  • व्रत और संकल्प लेकर पूजा में ध्यान और एकाग्रता बनाए रखें।
  • पूजा की समाप्ति के बाद घर में शांति और सुख-शांति का वातावरण बनाए रखने के लिए सबको प्रसाद वितरित करें।