लक्ष्मी चालीसा – धन, समृद्धि और सुख के लिए
लक्ष्मी चालीसा
जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
सकल मनोकामना पूरी करो, सबके जीवन में वर्धि बढ़ाओ॥ 1॥
श्री लक्ष्मी देवी के चरणों में बसा है सुख,
जो उनका ध्यान करता है, उसकी दरिद्रता मिट जाती है॥ 2॥
धन की देवी लक्ष्मी माता, पवित्र व संजीवनी।
सभी को सुख और शांति देने वाली, महाकाश में वासिनी॥ 3॥
हाथों में चिरंजीवी सुख और समृद्धि का निधि।
जिसके घर में लक्ष्मी बैठी हो, वहाँ कभी न होगी दरिद्रता॥ 4॥
शरणागत वत्सल लक्ष्मी माता, सबको देतीं हैं सुखदायक वर।
जिस घर में वास करतीं हो, वो घर कभी न हो दरिद्र॥ 5॥
धन और ऐश्वर्य की देवी, जिसके बिना कोई कार्य पूरा न हो।
सभी के जीवन में सुख और संपत्ति का वास हो॥ 6॥
शरणागत वत्सल लक्ष्मी माता, जिनकी कृपा से सब कुछ सफल हो।
जिसकी कृपा से कोई दरिद्र न हो, सबका जीवन सुखी हो॥ 7॥
लक्ष्मी माता की महिमा अपरम्पार,
आपकी उपासना से मिटती है दरिद्रता॥ 8॥
धन और ऐश्वर्य से भरपूर रहे जीवन,
हर एक को मिले आपकी कृपा का आशीर्वाद॥ 9॥
श्री लक्ष्मी माता की चरणों में बसा है सुख,
जो उन्हें पूजा करता है, उसकी दरिद्रता मिट जाती है॥ 10॥
जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
सकल मनोकामना पूरी करो, सबके जीवन में वर्धि बढ़ाओ॥ 11॥
श्री लक्ष्मी चालीसा का पाठ करने से घर में सुख-समृद्धि और धन की वृद्धि होती है।
Meaning of the Laxmi Chalisa in Hindi :
लक्ष्मी चालीसा का अर्थ
- जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
आपकी जयकार हो, माँ लक्ष्मी! आप सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाली हैं और सबके जीवन में वृद्धि और समृद्धि लाती हैं। - श्री लक्ष्मी देवी के चरणों में बसा है सुख,
जो उनका ध्यान करता है, उसकी दरिद्रता मिट जाती है।
श्री लक्ष्मी देवी के चरणों में सुख का वास है। जो भी उनके ध्यान में लीन रहता है, उसकी दरिद्रता समाप्त हो जाती है। - धन की देवी लक्ष्मी माता, पवित्र व संजीवनी।
सभी को सुख और शांति देने वाली, महाकाश में वासिनी।
लक्ष्मी माता धन, पवित्रता और जीवन की संजीवनी हैं। वह सभी को सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करती हैं, और महाकाश में निवास करती हैं। - हाथों में चिरंजीवी सुख और समृद्धि का निधि।
जिसके घर में लक्ष्मी बैठी हो, वहाँ कभी न होगी दरिद्रता।
लक्ष्मी माता के हाथों में चिरंजीवी सुख और समृद्धि का खजाना है। जिस घर में वह वास करती हैं, वहाँ दरिद्रता कभी नहीं आती। - शरणागत वत्सल लक्ष्मी माता, सबको देतीं हैं सुखदायक वर।
जिस घर में वास करतीं हो, वो घर कभी न हो दरिद्र।
लक्ष्मी माता शरणागत वत्सल हैं, अर्थात वह अपने भक्तों की सहायता करती हैं और उन्हें सुखदायक वर प्रदान करती हैं। उनके वास से घर में दरिद्रता नहीं आती। - धन और ऐश्वर्य की देवी, जिसके बिना कोई कार्य पूरा न हो।
सभी के जीवन में सुख और संपत्ति का वास हो।
धन और ऐश्वर्य की देवी लक्ष्मी के बिना कोई कार्य संपन्न नहीं हो सकता। उनकी कृपा से सभी के जीवन में सुख और समृद्धि का वास होता है। - शरणागत वत्सल लक्ष्मी माता, जिनकी कृपा से सब कुछ सफल हो।
जिसकी कृपा से कोई दरिद्र न हो, सबका जीवन सुखी हो।
लक्ष्मी माता शरणागत वत्सल हैं, जिनकी कृपा से सब कार्य सफल होते हैं। उनकी कृपा से दरिद्रता समाप्त हो जाती है और सभी का जीवन सुखी होता है। - लक्ष्मी माता की महिमा अपरम्पार,
आपकी उपासना से मिटती है दरिद्रता।
लक्ष्मी माता की महिमा अनंत है। उनकी पूजा से दरिद्रता का नाश होता है। - धन और ऐश्वर्य से भरपूर रहे जीवन,
हर एक को मिले आपकी कृपा का आशीर्वाद।
आपके आशीर्वाद से जीवन में धन और ऐश्वर्य का वास हो और हर किसी को आपकी कृपा मिले। - श्री लक्ष्मी माता की चरणों में बसा है सुख,
जो उन्हें पूजा करता है, उसकी दरिद्रता मिट जाती है।
श्री लक्ष्मी माता के चरणों में सुख का वास है। जो उनका पूजन करता है, उसकी दरिद्रता समाप्त हो जाती है। - जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
सकल मनोकामना पूरी करो, सबके जीवन में वर्धि बढ़ाओ।
आपकी जय हो, माँ लक्ष्मी! आप सभी की मनोकामनाओं को पूरा करें और सबके जीवन में वृद्धि और समृद्धि लाएं।
सारांश: लक्ष्मी चालीसा में लक्ष्मी माता की महिमा, उनके द्वारा दी जाने वाली समृद्धि और सुख-शांति की व्याख्या की जाती है। यह चालीसा पाठ करने से घर में समृद्धि, धन, सुख और ऐश्वर्य की वृद्धि होती है और दरिद्रता दूर होती है।
Meaning of the Laxmi Chalisa in English :
- जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
Victory to you, Goddess Lakshmi! You fulfill all the desires and bring prosperity and growth into everyone’s life. - श्री लक्ष्मी देवी के चरणों में बसा है सुख,
जो उनका ध्यान करता है, उसकी दरिद्रता मिट जाती है।
Happiness resides at the feet of Goddess Lakshmi. Whoever meditates on her will have their poverty removed. - धन की देवी लक्ष्मी माता, पवित्र व संजीवनी।
सभी को सुख और शांति देने वाली, महाकाश में वासिनी।
Goddess Lakshmi, the deity of wealth, is pure and life-giving. She provides happiness and peace to all and resides in the vast sky. - हाथों में चिरंजीवी सुख और समृद्धि का निधि।
जिसके घर में लक्ष्मी बैठी हो, वहाँ कभी न होगी दरिद्रता।
Goddess Lakshmi holds the eternal treasure of happiness and prosperity in her hands. In a home where she resides, poverty will never enter. - शरणागत वत्सल लक्ष्मी माता, सबको देतीं हैं सुखदायक वर।
जिस घर में वास करतीं हो, वो घर कभी न हो दरिद्र।
Goddess Lakshmi is compassionate towards those who seek her refuge, and she blesses them with happiness. Wherever she resides, that home will never experience poverty. - धन और ऐश्वर्य की देवी, जिसके बिना कोई कार्य पूरा न हो।
सभी के जीवन में सुख और संपत्ति का वास हो।
Goddess Lakshmi is the deity of wealth and prosperity. Without her, no task can be accomplished. Her blessings bring happiness and wealth into everyone’s life. - शरणागत वत्सल लक्ष्मी माता, जिनकी कृपा से सब कुछ सफल हो।
जिसकी कृपा से कोई दरिद्र न हो, सबका जीवन सुखी हो।
Goddess Lakshmi is compassionate and brings success to everything through her blessings. Her grace removes poverty, and everyone’s life becomes prosperous. - लक्ष्मी माता की महिमा अपरम्पार,
आपकी उपासना से मिटती है दरिद्रता।
The glory of Goddess Lakshmi is beyond measure. Her worship removes all forms of poverty. - धन और ऐश्वर्य से भरपूर रहे जीवन,
हर एक को मिले आपकी कृपा का आशीर्वाद।
With your blessings, may life be filled with wealth and prosperity, and may everyone receive your divine grace. - श्री लक्ष्मी माता की चरणों में बसा है सुख,
जो उन्हें पूजा करता है, उसकी दरिद्रता मिट जाती है।
Happiness resides at the feet of Goddess Lakshmi. Whoever worships her will have their poverty removed. - जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
सकल मनोकामना पूरी करो, सबके जीवन में वर्धि बढ़ाओ।
Victory to you, Goddess Lakshmi! Please fulfill all the desires and bring growth and prosperity into everyone’s life.
Summary: The Laxmi Chalisa describes the glory of Goddess Lakshmi, who is the deity of wealth, prosperity, and happiness. It emphasizes that by worshiping her, one’s poverty and misfortune are removed, bringing prosperity and success into their lives. This prayer invokes her blessings for wealth, peace, and well-being.
लक्ष्मी पूजा विधि और पूजन सामग्री
लक्ष्मी पूजा विधि (Steps for Lakshmi Puja) :
- स्थान और समय का चयन:
- लक्ष्मी पूजा को दिवाली के दिन या किसी विशेष दिन (शुक्रवार या एकादशी) शुभ मुहूर्त में करें।
- पूजा के लिए साफ-सुथरी और शांत जगह का चयन करें। यदि संभव हो, तो पूजा का स्थान उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में हो, क्योंकि यह लक्ष्मी के वास के लिए शुभ माना जाता है।
- पूजा की तैयारी:
- सबसे पहले घर को अच्छे से साफ करें, ताकि माता लक्ष्मी प्रसन्न हों।
- एक चौकी या पूजा स्थल पर सफेद या लाल रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर माता लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर रखें।
- दीप जलाना:
- पूजा स्थल पर एक दीपक या तेल का दीपक रखें और उसमें घी या तेल डालकर दीप जलाएं। यह लक्ष्मी माता के स्वागत का प्रतीक है।
- पानी और कलश स्थापना:
- पूजा स्थल पर एक कलश रखें और उसमें पानी, सुपारी, अशोक पत्ते और सिक्के डालें।
- कलश पर लाल रंग का कपड़ा चढ़ाएं और उसके ऊपर लक्ष्मी माता की मूर्ति या तस्वीर रखें।
- नमस्कार और मंत्र जाप:
- अब माता लक्ष्मी को प्रणाम करें और उनका ध्यान करें।
- निम्नलिखित मंत्र का जाप करें:
- “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” (यह मुख्य मंत्र है)
- “ॐ ह्लीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः”
- फूल, फल और मिठाई चढ़ाना:
- लक्ष्मी माता को ताजे फूल, फल, मिठाई (खीर, लड्डू आदि) अर्पित करें। ये सभी समृद्धि और सुख का प्रतीक होते हैं।
- अक्षत (चावल) अर्पित करना:
- पूजा के दौरान अर्पित चावल (अक्षत) माता लक्ष्मी को अर्पित करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
- धूप और अगरबत्ती जलाना:
- पूजा स्थल पर धूप और अगरबत्ती जलाएं। इससे वातावरण शुद्ध होता है और माता लक्ष्मी का ध्यान केंद्रित होता है।
- आरती और समापन:
- पूजा के बाद माता लक्ष्मी की आरती गाएं और दीप जलाते हुए उनका आशीर्वाद लें।
- अंत में, घर के सभी सदस्यों को प्रसाद वितरित करें।
लक्ष्मी पूजा सामग्री (Puja Samagri) :
- लक्ष्मी माता की मूर्ति या चित्र
- कलश (गंगाजल और सिक्के, सुपारी, अशोक पत्ते)
- घी का दीपक और तेल का दीपक
- धूप और अगरबत्ती
- पंखा (पंखा का इस्तेमाल भी पूजा में किया जाता है, खासकर सुख-समृद्धि के लिए)
- पुष्प (गुलाब, कमल या ताजे फूल)
- चंदन (चंदन का पेस्ट या टिक्की)
- फल (ताजे फल, नारियल)
- मिठाई (लड्डू, खीर, या अन्य)
- चावल (अक्षत)
- पान के पत्ते और सुपारी
- सोने-चांदी के सिक्के (यदि उपलब्ध हों)
- कपूर (आरती के लिए)
- कुंकुम और हल्दी (टीका लगाने के लिए)
- सुपारी और सिक्के (धन के रूप में)
इन सभी सामग्री से लक्ष्मी पूजा विधि पूरी होती है और इसके माध्यम से आप माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।