(सभी भक्तों के लिए भगवान शिव को समर्पित एक भक्ति भजन)
हर हर शंभु शंकरा, जय शिव शंकर भोला।
त्रिभुवन के स्वामी, तुम दयालु, करुणा का सोता॥
तुम हो औघड़दानी, तुम ही हो त्रिपुरारी।
गंगाधर जटाधारी, नीलकंठ महाकारी॥
हर हर शंभु शंकरा, जय शिव शंकर भोला।
त्रिभुवन के स्वामी, तुम दयालु, करुणा का सोता॥
शक्ति के संग विराजे, गौरी के प्रिय तुम भोले।
रूद्र रूप में तांडव करते, फिर भी करुणा के भोले॥
ब्रह्मा भी तुमसे जन्मे, विष्णु भी तुमसे उत्पन्न।
सृष्टि के कर्ता, तुम ही हो महादेव अनन्त॥
हर हर शंभु शंकरा, जय शिव शंकर भोला।
त्रिभुवन के स्वामी, तुम दयालु, करुणा का सोता॥
कैलाश के निवासी, गिरीराज तनया के प्यारे।
नंदी पर करते सवारी, तुम संसार के सहारे॥
तुम ही मृत्युंजय नाम से जाने जाते संसार में।
भक्तों के संकट हरते, तुम बसते हर दिल में॥
हर हर शंभु शंकरा, जय शिव शंकर भोला।
त्रिभुवन के स्वामी, तुम दयालु, करुणा का सोता॥
राम ने भी पूजन किया, रावण ने भी ध्यान लगाया।
जो भी नमन करे तुमको, जीवन का सुख वो पाया॥
शिवरात्रि का पावन दिन, सब भक्तों को भाए।
बेल पत्र और जल चढ़ाकर, सब शिव कृपा पाए॥
हर हर शंभु शंकरा, जय शिव शंकर भोला।
त्रिभुवन के स्वामी, तुम दयालु, करुणा का सोता॥
डमरू की ध्वनि गूंजे, जब महाकाल रूप धरते।
काल भी डरता तुझसे, जब तांडव रूप में होते॥
भस्म रमाए तन सारा, मस्तक पर चंद्र विराजे।
त्रिशूल लिए कर में, रक्षक भक्तों के कहलाते॥
हर हर शंभु शंकरा, जय शिव शंकर भोला।
त्रिभुवन के स्वामी, तुम दयालु, करुणा का सोता॥
जो भी शिव नाम जपे, उसका बेड़ा पार हो जाए।
कभी ना संकट आए जीवन में, जो शिव शरण में आए॥
शिव मेरे जीवन के आधार, तुम ही हो मेरी आशा।
तेरे चरणों में सब कुछ समर्पण, तेरा हूँ मैं दास॥
हर हर शंभु शंकरा, जय शिव शंकर भोला।
त्रिभुवन के स्वामी, तुम दयालु, करुणा का सोता॥
यह भजन भगवान शिव की महिमा का गुणगान करता है। यह भक्तों के हृदय में भक्ति, श्रद्धा और प्रेम का संचार करता है। “हर हर शंभु शंकरा” का जाप करने से जीवन के सारे कष्ट दूर होते हैं और शिव कृपा प्राप्त होती है। इस भजन को गाकर हम अपने मन को शिव के चरणों में समर्पित कर सकते हैं।
हर हर महादेव! 🚩
भजन: हर हर शंभु शंकरा का अर्थ
यह भजन भगवान शिव की महिमा, उनकी दया, करुणा और भक्ति का वर्णन करता है। इसका अर्थ इस प्रकार है:
त्रिभुवन के स्वामी, तुम दयालु, करुणा का सोता॥**
👉 अर्थ:
हे भगवान शंकर! आपकी जय हो। आप भोलेनाथ हैं, संपूर्ण ब्रह्मांड के स्वामी हैं। आप करुणा और दया के सागर हैं।
गंगाधर जटाधारी, नीलकंठ महाकारी॥**
👉 अर्थ:
आप औघड़ (साधु रूप) धारण करने वाले दानी हैं, तीनों लोकों के रक्षक और संहारक हैं। आपकी जटाओं में गंगा विराजमान हैं, और आपने संसार की रक्षा के लिए विषपान कर नीलकंठ नाम पाया।
रूद्र रूप में तांडव करते, फिर भी करुणा के भोले॥**
👉 अर्थ:
आप माता पार्वती (शक्ति) के साथ विराजमान रहते हैं और सदा उनके प्रिय हैं। जब आप रूद्र रूप धारण कर तांडव करते हैं, तब संहार करते हैं, लेकिन फिर भी आप करुणा से परिपूर्ण भोलेनाथ हैं।
सृष्टि के कर्ता, तुम ही हो महादेव अनन्त॥**
👉 अर्थ:
भगवान ब्रह्मा और विष्णु भी आपकी कृपा से ही उत्पन्न हुए हैं। आप ही सृष्टि के सच्चे कर्ता और संहारक हैं, और आपकी महिमा अनंत है।
नंदी पर करते सवारी, तुम संसार के सहारे॥**
👉 अर्थ:
आप कैलाश पर्वत पर निवास करते हैं और पर्वतराज हिमालय की पुत्री माता पार्वती के प्रिय हैं। नंदी आपकी सवारी है और आप ही पूरे संसार के सहारे हैं।
भक्तों के संकट हरते, तुम बसते हर दिल में॥**
👉 अर्थ:
आप मृत्यु को भी जीतने वाले ‘मृत्युंजय’ नाम से प्रसिद्ध हैं। आपके भक्त जो भी संकट में होते हैं, आप उनकी रक्षा करते हैं, और हर भक्त के दिल में बसते हैं।
जो भी नमन करे तुमको, जीवन का सुख वो पाया॥**
👉 अर्थ:
भगवान राम ने भी आपकी पूजा की थी और रावण ने भी आपका ध्यान किया था। जो भी आपकी भक्ति करता है, वह जीवन में सुख और शांति प्राप्त करता है।
बेल पत्र और जल चढ़ाकर, सब शिव कृपा पाए॥**
👉 अर्थ:
शिवरात्रि का दिन सभी भक्तों को प्रिय होता है। इस दिन जो भक्त बेल पत्र और जल चढ़ाते हैं, वे आपकी कृपा प्राप्त करते हैं।
काल भी डरता तुझसे, जब तांडव रूप में होते॥**
👉 अर्थ:
जब आप महाकाल का रूप धारण करते हैं, तब आपका डमरू बजता है और इसकी ध्वनि पूरे ब्रह्मांड में गूंजती है। यहां तक कि काल (मृत्यु) भी आपसे डरता है जब आप तांडव करते हैं।
त्रिशूल लिए कर में, रक्षक भक्तों के कहलाते॥**
👉 अर्थ:
आप पूरे शरीर पर भस्म (भभूत) लगाते हैं और आपके मस्तक पर चंद्रमा विराजमान है। आप अपने हाथ में त्रिशूल धारण करते हैं और अपने भक्तों की रक्षा करने वाले हैं।
कभी ना संकट आए जीवन में, जो शिव शरण में आए॥**
👉 अर्थ:
जो भी भक्त सच्चे मन से शिव का नाम जपता है, उसका उद्धार हो जाता है। जो भी आपकी शरण में आता है, उसके जीवन में कोई संकट नहीं आता।
तेरे चरणों में सब कुछ समर्पण, तेरा हूँ मैं दास॥**
👉 अर्थ:
हे शिव! आप मेरे जीवन का आधार हैं और मेरी एकमात्र आशा हैं। मैं अपने जीवन का हर क्षण आपके चरणों में समर्पित करता हूँ, मैं आपका सेवक हूँ।
त्रिभुवन के स्वामी, तुम दयालु, करुणा का सोता॥**
👉 अर्थ:
हे शंभु शंकर! आपकी बारंबार जय हो। आप तीनों लोकों के स्वामी हैं, अत्यंत दयालु हैं और करुणा के सागर हैं।
यह भजन भगवान शिव की महिमा और उनके भक्तों पर उनकी कृपा का वर्णन करता है। जो भी इस भजन को श्रद्धा और प्रेम से गाता है, वह शिव की कृपा प्राप्त करता है और उसके जीवन से सभी दुख दूर हो जाते हैं।
हर हर महादेव! 🚩
Here’s the English translation of the bhajan “Har Har Shambhu Shankara”:
Har Har Shambhu Shankara, Jai Shiv Shankara Bhola
Hail to Lord Shiva, the gentle and benevolent one.
Tribhuwan Ke Swami, Tum Dayalu, Karuna Ka Sota
You are the Lord of the three worlds, the kind and compassionate one.
Tum Ho Aghaddani, Tum Hi Ho Tripuraari
You are the generous giver, the destroyer of the three cities (Tripura).
Gangadhar Jatadhari, Neelkanth Mahakaari
You wear the river Ganga on your matted hair, and your throat is blue from consuming poison.
Har Har Shambhu Shankara, Jai Shiv Shankara Bhola
Hail to Lord Shiva, the gentle and benevolent one.
Shakti Ke Sang Viraje, Gauri Ke Priya Tum Bhole
You are seated with Shakti (Parvati), the beloved of Gauri (Parvati).
Rudra Roop Mein Tandav Karte, Phir Bhi Karuna Ke Bhole
You dance the Rudra Tandav, yet remain compassionate and merciful.
Brahma Bhi Tumse Janme, Vishnu Bhi Tumse Utpanna
Brahma and Vishnu were both born from you.
Srishti Ke Karta, Tum Hi Ho Mahadev Anant
You are the Creator of the universe, O infinite Mahadev.
Har Har Shambhu Shankara, Jai Shiv Shankara Bhola
Hail to Lord Shiva, the gentle and benevolent one.
Kailash Ke Nivasi, Giriraj Tanaya Ke Pyare
You reside in Kailash, and are the beloved of the daughter of the mountain (Parvati).
Nandi Par Karte Sawari, Tum Sansar Ke Sahaare
You ride Nandi and support the whole world.
Tum Hi Mrityunjay Naam Se Jaane Jaate Sansar Mein
You are known as the Conqueror of Death, the one who grants immortality.
Bhakton Ke Sankat Harte, Tum Baste Har Dil Mein
You remove the troubles of your devotees and dwell in every heart.
Har Har Shambhu Shankara, Jai Shiv Shankara Bhola
Hail to Lord Shiva, the gentle and benevolent one.
Ram Ne Bhi Poojan Kiya, Ravan Ne Bhi Dhyan Lagaya
Even Lord Ram worshiped you, and Ravana meditated on you.
Jo Bhi Naman Kare Tumko, Jeevan Ka Sukh Wo Paya
Whoever prays to you, gains happiness in life.
Shivratri Ka Pawan Din, Sab Bhakton Ko Bhaye
The holy day of Shivaratri is loved by all devotees.
Bel Patra Aur Jal Chadhakar, Sab Shiv Kripa Paye
By offering bel leaves and water, one receives Lord Shiva’s blessings.
Har Har Shambhu Shankara, Jai Shiv Shankara Bhola
Hail to Lord Shiva, the gentle and benevolent one.
Damaru Ki Dhvani Goonje, Jab Mahakal Roop Dharte
The sound of the damru echoes when you assume the form of Mahakal.
Kal Bhi Darta Tujhse, Jab Tandav Roop Mein Hote
Even time (Kala) fears you when you perform the Tandav dance.
Bhasm Ramaye Tan Sara, Mastak Par Chandar Viraje
Your entire body is covered with ash, and the moon rests on your forehead.
Trishul Liye Kar Mein, Rakshak Bhakton Ke Kehlaate
You hold a trident in your hand and are known as the protector of your devotees.
Har Har Shambhu Shankara, Jai Shiv Shankara Bhola
Hail to Lord Shiva, the gentle and benevolent one.
Jo Bhi Shiv Naam Jape, Uska Beda Paar Ho Jaye
Whoever chants your name, will cross the ocean of life.
Kabhi Na Sankat Aaye Jeevan Mein, Jo Shiv Sharan Mein Aaye
No trouble will come to those who take refuge in you.
Shiv Mere Jeevan Ke Aadhar, Tum Hi Ho Meri Asha
Shiva, you are the foundation of my life; you are my hope.
Tere Charno Mein Sab Kuch Samarpan, Tera Hoon Main Das
I surrender everything at your feet; I am your servant.
Har Har Shambhu Shankara, Jai Shiv Shankara Bhola
Hail to Lord Shiva, the gentle and benevolent one.
This bhajan praises Lord Shiva’s greatness and invokes his mercy. Chanting “Har Har Shambhu Shankara” is believed to remove all hardships and bring Lord Shiva’s grace. By singing this bhajan, we offer our hearts to Lord Shiva.
पुजा विधि और पुजा सामग्री (Puja Vidhi and Puja Samagri)
पुजा विधि (Puja Vidhi):
पूजा सामग्री (Puja Samagri):
इस विधि का पालन करके आप अपनी पूजा को सही तरीके से कर सकते हैं और भगवान की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।