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घर में श्रीराम की पूजा कैसे करें? आसान विधि और सामग्री सूची”

रघुपति राघव राजा राम

रघुपति राघव राजा राम,
पतित पावन सीता राम।

सीता राम सीता राम,
भज प्यारे तू सीता राम।

ईश्वर अल्लाह तेरो नाम,
सब को सन्मति दे भगवान।

This bhajan, originally composed by Lakshmanacharya, was popularized by Mahatma Gandhi during the Indian freedom movement. It emphasizes unity and devotion, blending Hindu and Sufi spiritual traditions. 

“रघुपति राघव राजा राम” भजन का अर्थ:

रघुपति राघव राजा राम,
(श्री राम, जो रघुकुल के प्रमुख और राजा हैं।)

पतित पावन सीता राम।
(जो गिरे हुए, पाप में फंसे लोगों को भी पावन (शुद्ध) करने वाले हैं, वे सीता के राम हैं।)

सीता राम सीता राम,
(हे मन! सीता और राम का नाम जपो।)

भज प्यारे तू सीता राम।
(हे प्रिय! तुम सीता और राम का भजन करो।)

ईश्वर अल्लाह तेरो नाम,
(ईश्वर और अल्लाह दोनों तुम्हारे ही नाम हैं।)

सब को सन्मति दे भगवान।
(हे भगवान! सभी को सद्बुद्धि दो।)

यह भजन भगवान राम की भक्ति का संदेश देता है और सभी धर्मों की एकता को प्रकट करता है। महात्मा गांधी ने इसे स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अहिंसा और सद्भावना का प्रतीक बनाया था। 🙏

Meaning of “Raghupati Raghav Raja Ram” Bhajan in English:

Raghupati Raghav Raja Ram,
(Lord Rama, the great king of the Raghu dynasty.)

Patit Pavan Sita Ram.
(He who purifies and uplifts the fallen and sinful ones—He is Sita’s Rama.)

Sita Ram Sita Ram,
(O dear one, chant the holy names of Sita and Rama.)

Bhaj Pyare Tu Sita Ram.
(O beloved, sing the glories of Sita and Rama.)

Ishwar Allah Tero Naam,
(God is known by different names—some call Him Ishwar, and others call Him Allah.)

Sab Ko Sanmati De Bhagwan.
(O Lord, grant wisdom and righteousness to all.)



भगवान श्रीराम की पूजा विधि और पूजा सामग्री

📌 पूजा सामग्री (Puja Samagri)

भगवान श्रीराम की पूजा के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है:

  1. मूर्ति या चित्र – भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की मूर्ति या चित्र
  2. पंचामृत – दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल
  3. कलश – जल से भरा हुआ तांबे या मिट्टी का कलश
  4. पुष्प (फूल) – ताजे और सुगंधित फूल
  5. अक्षत (चावल) – साबुत चावल
  6. चंदन और रोली – तिलक के लिए
  7. धूप और दीप – पूजा में सुगंध और पवित्रता के लिए
  8. घी का दीपक – आरती के लिए
  9. फल और मिठाई – प्रसाद के रूप में
  10. पान, सुपारी और लौंग – विशेष पूजन के लिए
  11. गंगाजल – शुद्धिकरण के लिए
  12. तुलसी पत्ते – भगवान विष्णु (श्रीराम) की प्रिय
  13. भोग (नैवेद्य) – खीर, लड्डू, या कोई अन्य मीठा पकवान
  14. रामचरितमानस / श्रीराम स्तुति की पुस्तक – पाठ के लिए

📖 भगवान श्रीराम की पूजा विधि (Puja Vidhi)

  1. शुद्धिकरण (Purification)
    • स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
    • पूजा स्थान और मूर्ति या चित्र को गंगाजल से शुद्ध करें।
  2. कलश स्थापना (Kalash Sthapana)
    • जल से भरा कलश रखें और उसमें तुलसी दल डालें।
  3. दीप प्रज्वलन (Lighting the Lamp)
    • घी या तेल का दीपक जलाएं।
    • धूप-अगरबत्ती प्रज्वलित करें।
  4. आवाहन (Invocation of Lord Rama)
    • भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी का ध्यान करें।
    • मंत्रों का उच्चारण करें:
      “ॐ श्रीरामाय नमः” या “श्रीरामचंद्राय नमः”
  5. अभिषेक (Holy Bathing of Idol)
    • मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराएं और शुद्ध जल से धोकर स्वच्छ करें।
    • चंदन, रोली और अक्षत का तिलक करें।
  6. पुष्प अर्पण (Offering Flowers)
    • भगवान श्रीराम को फूल और तुलसी पत्र अर्पित करें।
  7. नैवेद्य (Offering Prasad)
    • फल, मिठाई और भोग अर्पित करें।
    • तुलसी के पत्ते विशेष रूप से चढ़ाएं।
  8. राम स्तुति और पाठ (Chanting and Recitation)
    • रामचरितमानस, श्रीराम रक्षा स्तोत्र, राम चालीसा या विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
  9. आरती (Aarti)
    • “श्रीरामचंद्र कृपालु भज मन” या “जय रघुनंदन जय सियाराम” आरती गाएं।
    • घी का दीपक जलाकर भगवान की आरती करें।
  10. प्रसाद वितरण और आशीर्वाद (Prasad Distribution and Blessings)
    • आरती के बाद प्रसाद ग्रहण करें और परिवार के सदस्यों में वितरित करें।
    • भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करें।

इस विधि से श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान श्रीराम की पूजा करने से सुख, शांति, समृद्धि और विजय प्राप्त होती है। “जय श्रीराम!” 🙏🚩