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भगवान शिव भजन (Shiva Bhajan in Hindi)

भोलेनाथ शिव शंकर दयालु,
हर हर महादेव त्रिपुरारी।
गंगा जटा में विराजे,
नंदी पर सवार तुम न्यारे॥

डमरू की ध्वनि जब बजे,
सब संकट मिट जाए।
शिव नाम का जो सुमिरन करे,
कभी ना दुख पाये॥

हे कैलाशपति, करुणा के सागर,
तुम बिन कौन सहारा।
जो तेरी शरण में आ जाए,
उसे मिले तेरा सहारा॥

भगवान शिव भजन का अर्थ  

भोलेनाथ शिव शंकर दयालु,
हर हर महादेव त्रिपुरारी।
➡ हे भोलेनाथ, आप शिव शंकर और करुणा के सागर हैं। आप महादेव और त्रिपुरारी (असुर त्रिपुरासुर का नाश करने वाले) हैं।

गंगा जटा में विराजे,
नंदी पर सवार तुम न्यारे॥
➡ आपकी जटा में पवित्र गंगा विराजमान हैं, और आप अपने प्रिय वाहन नंदी पर सवार हैं।

डमरू की ध्वनि जब बजे,
सब संकट मिट जाए।
➡ जब आपका डमरू बजता है, तब सारे संकट दूर हो जाते हैं और संसार में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है।

शिव नाम का जो सुमिरन करे,
कभी ना दुख पाये॥
➡ जो व्यक्ति सच्चे मन से शिव का नाम जपता है, उसे जीवन में कभी दुख का सामना नहीं करना पड़ता।

हे कैलाशपति, करुणा के सागर,
तुम बिन कौन सहारा।
➡ हे कैलाश पर्वत के स्वामी, आप दया और करुणा के सागर हैं। इस संसार में आपके अलावा कोई और सच्चा सहारा नहीं है।

जो तेरी शरण में आ जाए,
उसे मिले तेरा सहारा॥
➡ जो कोई आपकी शरण में आता है, उसे आपका आशीर्वाद और सहारा मिलता है। आप अपने भक्तों की हर विपदा हरने वाले हैं।

इस भजन में भगवान शिव की महिमा का वर्णन किया गया है। वे करुणा के सागर, संकट हरने वाले और भक्तों को दुखों से मुक्त करने वाले हैं। शिव की भक्ति से जीवन में सुख, शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। 🚩

 

Meaning of Shiva Bhajan in English

“Bholenath Shiva Shankar Dayalu,
Har Har Mahadev Tripurari.”**
➡ O Bholenath! You are Shiva Shankar, the compassionate one. You are Mahadev, the destroyer of the demon Tripurasura.

“Ganga Jata Mein Viraje,
Nandi Par Sawar Tum Nyare.”**
➡ The sacred river Ganga flows from Your matted locks, and You ride on Your divine vehicle, Nandi (the bull).

“Damaru Ki Dhwani Jab Baje,
Sab Sankat Mit Jaye.”**
➡ When the sound of Your damaru (drum) resonates, all troubles and obstacles disappear.

“Shiva Naam Ka Jo Sumiran Kare,
Kabhi Na Dukh Paae.”**
➡ Whoever chants Lord Shiva’s name with devotion will never face sorrow in life.

“Hey Kailashpati, Karuna Ke Sagar,
Tum Bin Kaun Sahara.”**
➡ O Lord of Mount Kailash! You are an ocean of compassion. There is no other true refuge in this world except You.

“Jo Teri Sharan Mein Aa Jaye,
Use Mile Tera Sahara.”**
➡ Whoever surrenders at Your feet receives Your divine support and blessings. You are the savior of all Your devotees.

 

 

भगवान शिव पूजा विधि एवं सामग्री (Shiva Pooja Vidhi & Samagri in Hindi)

भगवान शिव की पूजा विधि (Pooja Vidhi)

  1. स्नान एवं शुद्धिकरण:
    • सबसे पहले स्वयं स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
    • पूजा स्थल को गंगाजल या शुद्ध जल से शुद्ध करें।
  2. शिवलिंग या भगवान शिव की मूर्ति स्थापित करें:
    • एक स्वच्छ चौकी पर शिवलिंग या भगवान शिव की मूर्ति रखें।
    • शिवलिंग का जल या पंचामृत से अभिषेक करें।
  3. पंचामृत अभिषेक करें:
    • पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर) से भगवान शिव का अभिषेक करें।
    • इसके बाद शुद्ध जल या गंगाजल से स्नान कराएं।
  4. बिल्व पत्र और पुष्प अर्पण करें:
    • भगवान शिव को बिल्व पत्र (बेल पत्र) विशेष रूप से चढ़ाएं।
    • सफेद और नीले फूल भगवान शिव को प्रिय होते हैं, इन्हें अर्पित करें।
  5. चंदन और भस्म का प्रयोग करें:
    • शिवलिंग पर चंदन लगाएं और भस्म (विभूति) अर्पित करें।
  6. धूप, दीप और अगरबत्ती जलाएं:
    • भगवान शिव को धूप, दीप और अगरबत्ती अर्पित करें।
  7. शिव मंत्र का जाप करें:
    • “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
    • शिव चालीसा, रुद्राष्टकम, या महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें।
  8. भोग अर्पित करें:
    • भगवान शिव को शुद्ध घी, फल, मिठाई, और विशेष रूप से भांग, धतूरा और गन्ने का रस अर्पित करें।
  9. आरती करें:
    • “ॐ जय शिव ओंकारा” भजन गाकर भगवान शिव की आरती करें।
    • घंटी बजाएं और शिवलिंग के चारों ओर दीपक घुमाएं।
  10. प्रणाम एवं प्रार्थना करें:
  • भगवान शिव से आशीर्वाद मांगें और अपने जीवन के कष्टों को दूर करने की प्रार्थना करें।

भगवान शिव पूजा सामग्री (Pooja Samagri)

  1. गंगाजल – शुद्धिकरण और अभिषेक के लिए
  2. शुद्ध जल – अभिषेक के लिए
  3. पंचामृत – (दूध, दही, घी, शहद, शक्कर)
  4. बिल्व पत्र (बेल पत्र) – भगवान शिव को प्रिय
  5. धूप, दीप और अगरबत्ती
  6. चंदन और भस्म (विभूति)
  7. सफेद और नीले फूल
  8. फल और मिठाई – भोग के लिए
  9. भांग, धतूरा और गन्ने का रस
  10. शिवलिंग या भगवान शिव की मूर्ति
  11. घंटी और शंख – आरती के लिए
  12. शुद्ध घी और रुई की बाती – दीपक जलाने के लिए
  13. मंत्र पुस्तक (शिव चालीसा, रुद्राष्टकम, महामृत्युंजय मंत्र)

भगवान शिव की पूजा सच्चे मन और श्रद्धा से करने से जीवन में शांति, सुख, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है।