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भगवान विष्णु भजन (Vishnu Bhajan in Hindi)

श्री हरि विष्णु तुम हो पालनहारे
तुम बिन कौन जगत संवारे?
शंख चक्र गदा धारी,
तुम हो दयालु, तुम हो उबारी।

हे लक्ष्मीपति, नारायण दयालु,
तेरी महिमा है अपरंपार।
हरि नाम जपें जो भी प्राणी,
कटे सभी दुख भारी भार।

हरे कृष्ण, हरे राम,
तेरा सुमिरन करे सारा धाम।
शरण में तेरी जो आ जाए,
सुख-शांति का वर वो पाए।

 

भगवान विष्णु भजन का अर्थ 

श्री हरि विष्णु तुम हो पालनहारे,
तुम बिन कौन जगत संवारे?
➡ हे भगवान विष्णु! आप ही संसार के पालनहार हैं। आपके बिना इस संसार को संभालने वाला कोई नहीं है।

शंख चक्र गदा धारी,
तुम हो दयालु, तुम हो उबारी।
➡ आप शंख, चक्र और गदा धारण करने वाले हैं। आप दयालु हैं और भक्तों का उद्धार करने वाले हैं।

हे लक्ष्मीपति, नारायण दयालु,
तेरी महिमा है अपरंपार।
➡ हे लक्ष्मीपति नारायण! आपकी कृपा और महिमा अनंत है। आपकी दया से ही यह सृष्टि चल रही है।

हरि नाम जपें जो भी प्राणी,
कटे सभी दुख भारी भार।
➡ जो भी प्राणी भगवान हरि (विष्णु) का नाम जपता है, उसके सभी कष्ट और दुख समाप्त हो जाते हैं।

हरे कृष्ण, हरे राम,
तेरा सुमिरन करे सारा धाम।
➡ संपूर्ण धाम (तीर्थ स्थल और भक्तगण) आपके नाम का स्मरण करते हैं, क्योंकि आप ही सबसे बड़े उद्धारकर्ता हैं।

शरण में तेरी जो आ जाए,
सुख-शांति का वर वो पाए।
➡ जो भी आपकी शरण में आ जाता है, वह सुख और शांति प्राप्त करता है।

इस भजन में भगवान विष्णु की महिमा का वर्णन किया गया है। वे इस संसार के पालनहार हैं, और उनकी शरण में जाने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

 

Meaning of the Vishnu Bhajan in English

“Shri Hari Vishnu Tum Ho Palanhare,
Tum Bin Kaun Jagat Sanvare?”**
➡ O Lord Vishnu! You are the protector of the world. Without You, who else can sustain this universe?

“Shankh Chakra Gada Dhari,
Tum Ho Dayalu, Tum Ho Ubaari.”**
➡ You hold the conch, discus, and mace. You are merciful and the savior of Your devotees.

“Hey Lakshmipati, Narayan Dayalu,
Teri Mahima Hai Aparampaar.”**
➡ O consort of Goddess Lakshmi, merciful Narayan! Your greatness is boundless and beyond measure.

“Hari Naam Jape Jo Bhi Praani,
Kate Sabhi Dukh Bhaari Bhaari.”**
➡ Whoever chants the holy name of Lord Hari (Vishnu), all their heavy burdens of sorrow are lifted.

“Hare Krishna, Hare Ram,
Tera Sumiran Kare Saara Dhaam.”**
➡ All holy places and devotees remember and chant Your name, for You are the ultimate savior.

“Sharan Mein Teri Jo Aa Jaye,
Sukh-Shanti Ka Var Woh Paaye.”**
➡ Whoever surrenders at Your feet receives the blessing of peace and happiness.

This bhajan glorifies Lord Vishnu as the supreme protector and savior. It emphasizes that chanting His name brings relief from suffering and ensures peace and prosperity.

 

 

भगवान विष्णु पूजा विधि एवं सामग्री (Vishnu Pooja Vidhi & Samagri in Hindi)

भगवान विष्णु पूजा विधि (Pooja Vidhi)

  1. स्नान एवं शुद्धिकरण:
    • पूजा करने से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
    • पूजा स्थल को साफ करें और गंगाजल से शुद्ध करें।
  2. भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र स्थापित करें:
    • एक स्वच्छ चौकी पर भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
    • मूर्ति को जल, पंचामृत और गंगाजल से स्नान कराएं।
  3. दीप प्रज्वलित करें:
    • घी या तेल का दीपक जलाएं और अगरबत्ती या धूप अर्पित करें।
  4. भगवान को पुष्प अर्पित करें:
    • विष्णु भगवान को तुलसी दल और पीले फूल चढ़ाएं।
    • पीला रंग भगवान विष्णु को प्रिय होता है।
  5. चंदन और अक्षत चढ़ाएं:
    • चंदन का तिलक करें और अक्षत (चावल) अर्पित करें।
  6. भोग अर्पित करें:
    • भगवान को फल, मिठाई, पंचामृत और विशेष रूप से पीले रंग का प्रसाद (जैसे केसर युक्त खीर) अर्पित करें।
  7. विष्णु सहस्रनाम या मंत्र जाप करें:
    • “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
    • विष्णु सहस्रनाम या श्री हरि स्तोत्र का पाठ करें।
  8. आरती करें:
    • भगवान विष्णु की आरती करें और घी का दीपक चारों ओर घुमाएं।
    • आरती के बाद सभी भक्तों में प्रसाद वितरित करें।
  9. प्रणाम एवं प्रार्थना:
    • भगवान विष्णु से सुख-समृद्धि और शांति की प्रार्थना करें।

भगवान विष्णु पूजा सामग्री (Pooja Samagri)

  1. गंगाजल – शुद्धिकरण के लिए
  2. दीपक (घी या तेल का दीप)
  3. अगरबत्ती और धूप
  4. फूल (विशेषकर पीले फूल)
  5. तुलसी पत्ते – भगवान विष्णु को अति प्रिय
  6. चंदन और रोली – तिलक के लिए
  7. अक्षत (साबुत चावल)
  8. फल और मिठाई – भोग के लिए
  9. पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का मिश्रण)
  10. भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र
  11. पंचगव्य (दूध, दही, घी, गोमूत्र और गोबर मिश्रण – यदि विशेष पूजा हो)
  12. शंख – जल अभिषेक के लिए
  13. भोग में पीले रंग का व्यंजन (जैसे खीर, बेसन लड्डू आदि)
  14. आरती थाली और घंटी
  15. भक्तों के लिए प्रसाद (मिठाई, फल, पंचामृत आदि)

भगवान विष्णु की पूजा श्रद्धा और प्रेम से करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति प्राप्त होती है।