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सुदर्शन चक्रधारी की महिमा | भक्तिमय भजन

भजन
🔱 सुदर्शन चक्रधारी, विष्णु भगवान,
कृपा करो हम पर, हे दयानिधान।
चक्र घुमाकर संकट मिटाते,
भक्तों की रक्षा सदा ही करते।

शंख बजाकर राह दिखाते,
पद कमल में सुख बरसाते।
हे माधव, तुम दीन दयाला,
रखो कृपा अपनी निराला।

हरि की महिमा गाएँ हम,
सुदर्शन का जयकार करें।
शरण तुम्हारी जो भी आए,
दुख-दारिद्र्य सब दूर करें। 🙏

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भजन का अर्थ (हिंदी में):

इस भजन में भगवान विष्णु की महिमा का वर्णन किया गया है।

  • “सुदर्शन चक्रधारी, विष्णु भगवान,” → भगवान विष्णु सुदर्शन चक्र धारण करने वाले हैं।
  • “कृपा करो हम पर, हे दयानिधान।” → हे दयालु प्रभु, हम पर अपनी कृपा बनाए रखें।
  • “चक्र घुमाकर संकट मिटाते,” → भगवान विष्णु सुदर्शन चक्र से भक्तों के संकट दूर करते हैं।
  • “भक्तों की रक्षा सदा ही करते।” → वे अपने भक्तों की हमेशा रक्षा करते हैं।
  • “शंख बजाकर राह दिखाते,” → विष्णु भगवान अपने शंख की ध्वनि से सही राह दिखाते हैं।
  • “पद कमल में सुख बरसाते।” → उनके चरणों में अपार सुख प्राप्त होता है।
  • “हे माधव, तुम दीन दयाला,” → हे माधव, आप दीनों के पालनहार हैं।
  • “रखो कृपा अपनी निराला।” → कृपया अपनी अद्भुत कृपा बनाए रखें।
  • “हरि की महिमा गाएँ हम,” → हम भगवान विष्णु की महिमा गाते हैं।
  • “सुदर्शन का जयकार करें।” → हम उनके सुदर्शन चक्र की जय-जयकार करते हैं।
  • “शरण तुम्हारी जो भी आए, दुख-दारिद्र्य सब दूर करें।” → जो भी आपकी शरण में आता है, उसके सारे दुख और गरीबी मिट जाते हैं।

यह भजन भगवान विष्णु की कृपा और उनकी रक्षा करने की शक्ति को दर्शाता है। 🙏✨

 

Meaning of the Bhajan (In English):

This bhajan praises the glory of Lord Vishnu and his divine protection.

  • “Sudarshan Chakradhari, Vishnu Bhagwan,” → Lord Vishnu is the bearer of the Sudarshan Chakra.
  • “Kripa karo hum par, Hey Dayanidhaan.” → O Merciful Lord, shower your blessings upon us.
  • “Chakra ghumaakar sankat mitaate,” → By spinning the Sudarshan Chakra, you remove all troubles.
  • “Bhakton ki raksha sada hi karte.” → You always protect your devotees.
  • “Shankh bajaakar raah dikhate,” → By blowing the conch, you guide the right path.
  • “Pad kamal mein sukh barsaate.” → Your lotus feet shower immense happiness.
  • “Hey Madhav, tum deen dayaala,” → O Madhav, you are the savior of the helpless.
  • “Rakho kripa apni niraala.” → Keep bestowing your unique grace upon us.
  • “Hari ki mahima gaayen hum,” → We sing the glories of Lord Hari.
  • “Sudarshan ka jaykaar karein.” → We chant victory to the Sudarshan Chakra.
  • “Sharan tumhari jo bhi aaye, dukh-daridr sab door karein.” → Whoever surrenders to you, you remove all their sorrows and poverty.




🙏 सुदर्शन चक्र पूजा विधि एवं सामग्री 🙏

पूजा सामग्री (Pooja Samagri):

  1. सुदर्शन चक्र यंत्र / भगवान विष्णु की प्रतिमा
  2. पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और गंगाजल)
  3. फूल (विशेष रूप से पीले फूल)
  4. तुलसी पत्र
  5. धूप एवं दीपक
  6. चंदन, रोली, कुमकुम एवं हल्दी
  7. अक्षत (साबुत चावल)
  8. नैवेद्य (मिष्ठान, फल एवं पंचमेवा)
  9. घी व तिल का तेल
  10. शंख एवं घंटी
  11. रक्षा सूत्र (मौली)
  12. भगवान विष्णु का प्रिय भोग (खीर या पंचामृत)

सुदर्शन चक्र पूजा विधि (Pooja Vidhi):

  1. स्नान व स्वच्छता – प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  2. विष्णु जी का ध्यान – भगवान विष्णु का ध्यान करें और पूजा का संकल्प लें।
  3. कलश स्थापना – तांबे के कलश में जल भरकर उसमें तुलसी पत्र डालें।
  4. सुदर्शन चक्र यंत्र या विष्णु प्रतिमा का अभिषेक – पंचामृत से अभिषेक करें और गंगाजल से शुद्ध करें।
  5. तिलक एवं पुष्प अर्पण – भगवान को चंदन, कुमकुम, अक्षत और फूल अर्पित करें।
  6. धूप व दीप प्रज्वलन – धूप, दीप जलाकर भगवान की आराधना करें।
  7. भोग अर्पण – भगवान को नैवेद्य अर्पित करें (खीर, फल, मिठाई)।
  8. सुदर्शन चक्र मंत्र जाप
    || ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा ||
    इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
  9. आरती करें – भगवान विष्णु और सुदर्शन चक्र की आरती करें।
  10. प्रसाद वितरण – पूजा समाप्ति के बाद भक्तों में प्रसाद वितरण करें।

🌿 विशेष:

  • पूजा के दौरान श्रद्धा और भक्ति भाव बनाए रखें।
  • यदि संभव हो तो विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
  • सुदर्शन चक्र पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और संकट समाप्त होते हैं।

🙏 “सुदर्शन चक्रधारी भगवान विष्णु की कृपा से जीवन में शांति और समृद्धि बनी रहे!” 🙏