गणेश चालीसा – भगवान गणेश की कृपा से जीवन में सुख और समृद्धि
दोहा
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता की तुम संतान, पिताजी के तुम स्वयं बावा॥
चालीसा
- श्री गणेश, श्री गणेश, श्री गणेश देवा,
माता की तुम संतान, पिताजी के तुम स्वयं बावा। - पग पग पे थम आये, हर संकट से बाहर जाओ।
कभी न हों तुम निराश, हर काम में सफलता पाओ॥ - तुम हो सर्वोत्तम, सर्वशक्तिमान।
रिद्धि सिद्धि के दाता, संसार के मालिक भगवान॥ - तुम्हारे आशीर्वाद से, भव्य जीवन हो सुखमय।
विघ्न विनाशक हो तुम, हर मनोकामना पूरी हो जाए॥ - हाथी के सिर वाले, भगवान गणेश,
जन्मों के पापों को हरते, उन्हें मुक्त करते॥ - भक्तों की आर्तना, तुम खुद सुनते हो।
अच्छे और बुरे समय में साथ रहते हो॥ - तुमसे बढ़कर कोई नहीं है, भगवान गणेश।
सारे संसार में हो सबसे सशक्त।। - तू ही विघ्न विनाशक है, संकटों का नाशक।
तेरी पूजा से भक्तों के हर दुख का नाश होता॥ - नंदीगण के साथ सवारी पर बैठते हो,
गजब की शक्ति और धैर्य से संसार को संभालते हो॥ - मोदक प्रिय, गणपति जी के पांव में बसी लाज,
भक्तों के घर में हर खुशी आती है।
दोहा
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता की तुम संतान, पिताजी के तुम स्वयं बावा॥
Meaning of Ganesh Chalisa in Hindi :
दोहा
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता की तुम संतान, पिताजी के तुम स्वयं बावा॥
अर्थ:
गणेश जी की जयकार हो। आप माता-पिता के प्रिय और संसार के सबसे बड़े देवता हैं।
चालीसा
- श्री गणेश, श्री गणेश, श्री गणेश देवा,
माता की तुम संतान, पिताजी के तुम स्वयं बावा।
अर्थ:
हे भगवान गणेश, आप देवों के देव हैं। आप माता पार्वती के पुत्र और भगवान शिव के प्रिय पुत्र हैं। - पग पग पे थम आये, हर संकट से बाहर जाओ।
कभी न हों तुम निराश, हर काम में सफलता पाओ॥
अर्थ:
आपकी कृपा से हर कदम पर सफलता मिलेगी। आप कभी निराश नहीं होते और हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है। - तुम हो सर्वोत्तम, सर्वशक्तिमान।
रिद्धि सिद्धि के दाता, संसार के मालिक भगवान॥
अर्थ:
आप सर्वोत्तम और सर्वशक्तिमान हैं। आप ही रिद्धि और सिद्धि (संपत्ति और ज्ञान) के दाता हैं। संसार में आपके सिवा कोई और शक्ति नहीं है। - तुम्हारे आशीर्वाद से, भव्य जीवन हो सुखमय।
विघ्न विनाशक हो तुम, हर मनोकामना पूरी हो जाए॥
अर्थ:
आपके आशीर्वाद से जीवन सुखमय और समृद्ध होता है। आप विघ्नों (बाधाओं) का नाश करने वाले हैं और आपकी कृपा से सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं। - हाथी के सिर वाले, भगवान गणेश,
जन्मों के पापों को हरते, उन्हें मुक्त करते॥
अर्थ:
आपका सिर हाथी जैसा है, और आप सभी पापों का नाश कर भक्तों को मुक्ति प्रदान करते हैं। - भक्तों की आर्तना, तुम खुद सुनते हो।
अच्छे और बुरे समय में साथ रहते हो॥
अर्थ:
आप अपने भक्तों की प्रार्थनाएँ सुनते हो और हर स्थिति में उनके साथ रहते हो। - तुमसे बढ़कर कोई नहीं है, भगवान गणेश।
सारे संसार में हो सबसे सशक्त।।
अर्थ:
आपसे बढ़कर कोई देवता नहीं है, आप संसार में सबसे शक्तिशाली हैं। - तू ही विघ्न विनाशक है, संकटों का नाशक।
तेरी पूजा से भक्तों के हर दुख का नाश होता॥
अर्थ:
आप ही विघ्नों (बाधाओं) को नष्ट करने वाले हैं। आपकी पूजा से भक्तों के सभी दुखों का नाश होता है। - नंदीगण के साथ सवारी पर बैठते हो,
गजब की शक्ति और धैर्य से संसार को संभालते हो॥
अर्थ:
आप नंदी (बैल) के साथ सवारी करते हैं और आपकी शक्ति और धैर्य से संसार का पालन करते हैं। - मोदक प्रिय, गणपति जी के पांव में बसी लाज,
भक्तों के घर में हर खुशी आती है।
अर्थ:
आप मोदक के प्रिय हैं और गणपति जी के चरणों में लाज (स्मरण) बसी हुई है। आपकी कृपा से भक्तों के घर में खुशी और समृद्धि आती है।
दोहा
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता की तुम संतान, पिताजी के तुम स्वयं बावा॥
अर्थ:
गणेश जी की जय हो, आप माता-पिता के प्यारे पुत्र और संसार के सबसे महान भगवान हैं।
Meaning of Ganesh Chalisa in English :
Doha
Jai Ganesh, Jai Ganesh, Jai Ganesh Deva.
Mata Ki Tum Santan, Pitaji Ke Tum Swayam Bawa.
Meaning:
Hail Lord Ganesha! You are the beloved child of Goddess Parvati and Lord Shiva, the supreme deity of the universe.
Chalisa
- Shri Ganesh, Shri Ganesh, Shri Ganesh Deva,
Mata Ki Tum Santan, Pitaji Ke Tum Swayam Bawa.
Meaning:
O Lord Ganesha, you are the most exalted and powerful deity. You are the son of Goddess Parvati and Lord Shiva. - Pag Pag Pe Tham Aaye, Har Sankat Se Bahar Jao.
Kabhi Na Hon Tum Niraash, Har Kaam Mein Safalta Pao.
Meaning:
With your blessings, every step leads to success. You never fail or feel despair, and you bring success in every endeavor. - Tum Ho Sarvottam, Sarvashaktimaan.
Riddhi Siddhi Ke Daata, Sansar Ke Malik Bhagwan.
Meaning:
You are the best and all-powerful. You are the giver of Riddhi (prosperity) and Siddhi (spiritual wisdom), and the ruler of the universe. - Tumhare Aashirwad Se, Bhavya Jeevan Ho Sukhmaya.
Vighn Vinashak Ho Tum, Har Manokamna Puri Ho Jaaye.
Meaning:
With your blessings, life becomes prosperous and blissful. You are the remover of obstacles and fulfill all desires of your devotees. - Haathi Ke Sir Wale, Bhagwan Ganesh,
Janmon Ke Paapon Ko Harte, Unhe Mukt Karte.
Meaning:
You have the head of an elephant, and you remove the sins of your devotees, granting them liberation from past karmas. - Bhakton Ki Aartana, Tum Khud Sunte Ho.
Achhe Aur Bure Samay Mein Saath Rehte Ho.
Meaning:
You hear the prayers of your devotees and stay with them during both good and bad times. - Tumse Badhkar Koi Nahi Hai, Bhagwan Ganesh.
Saare Sansar Mein Ho Sabse Shaktimaan.
Meaning:
There is no one greater than you, O Lord Ganesha. You are the most powerful being in the entire universe. - Tu Hi Vighn Vinashak Hai, Sankaton Ka Naashak.
Teri Pooja Se Bhakton Ke Har Dukh Ka Naash Hota.
Meaning:
You are the remover of obstacles and the destroyer of troubles. Worshiping you eliminates all suffering of your devotees. - Nandigan Ke Saath Sawari Par Baithte Ho,
Gajab Ki Shakti Aur Dhairya Se Sansar Ko Sambhalte Ho.
Meaning:
You ride along with Nandi (the bull) and handle the universe with immense power and patience. - Modak Priya, Ganpati Ji Ke Paon Mein Basi Laaj,
Bhakton Ke Ghar Mein Har Khushi Aati Hai.
Meaning:
You are fond of Modaks (a sweet), and your presence brings humility. Your blessings bring happiness and prosperity to the homes of your devotees.
Doha
Jai Ganesh, Jai Ganesh, Jai Ganesh Deva.
Mata Ki Tum Santan, Pitaji Ke Tum Swayam Bawa.
Meaning:
Hail Lord Ganesha! You are the beloved child of Goddess Parvati and Lord Shiva, the supreme deity of the universe.
Puja Vidhi (Rituals) and Puja Samagri (Items) in Hindi for Ganesh Puja :
गणेश पूजा विधि (Ganesh Puja Vidhi)
- सर्व प्रथम स्नान करें:
पूजा करने से पहले अच्छे से स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। - पुजा स्थल को साफ करें:
पूजा स्थान को स्वच्छ करें और वहाँ एक कपड़ा बिछा कर भगवान गणेश की प्रतिमा रखें। - भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना:
गणेश जी की मूर्ति को उत्तर या पूर्व दिशा में रखें। मूर्ति के पास एक दीपक और धूपबत्ती रखें। - गणेश जी को स्नान कराएँ:
भगवान गणेश की मूर्ति को शुद्ध पानी से स्नान कराएँ, फिर उन्हें चंदन, तिलक और फूल चढ़ाएँ। - पारायण या चालीसा का पाठ करें:
गणेश चालीसा का पाठ करें या गणेश अर्चन का मन्त्र बोलें। - नैवेद्य अर्पित करें:
भगवान गणेश को मोदक, लड्डू, फल, मिठाई और नारियल अर्पित करें। साथ ही दूध, शहद, घी का मिश्रण भी अर्पित करें। - प्रार्थना करें:
भगवान से विनती करें कि वे आपके जीवन के सभी विघ्नों का नाश करें और आपको सुख, समृद्धि, ज्ञान, और सफलता प्रदान करें। - आरती करें:
पूजा के अंत में गणेश जी की आरती करें और उनका धन्यवाद अर्पित करें।
गणेश पूजा सामग्री (Puja Samagri)
- गणेश जी की मूर्ति
- दीपक (घी या तेल का दीपक)
- धूपबत्ती
- पानी या पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, और चीनी का मिश्रण)
- चंदन (तिलक लगाने के लिए)
- फूल (गुलाब, गेंदे या अन्य फूल)
- पत्ते (गणेश जी के प्रिय पत्र)
- मोदक या लड्डू (भगवान गणेश के प्रिय भोग)
- फल (केला, सेब, नारियल)
- नारियल
- पानी
- पुजा थाली (धातु या पीतल की थाली)
- सुपारी और पट्टी (कच्ची सुपारी, गुड़, और पट्टी)
- ताम्बूल (पान के पत्ते, सुपारी और लौंग का मिश्रण)
- कलावा या रक्षासूत्र (पूजा के दौरान बांधने के लिए)
- पुजा पुस्तक (गणेश चालीसा या अन्य मंत्रों का पाठ)
गणेश पूजा करते समय सावधानियाँ (Precautions during Ganesh Puja)
- स्नान और स्वच्छता:
पूजा से पहले अच्छे से स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा स्थल को साफ-सुथरा रखें ताकि शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो। - गणेश मूर्ति की प्रतिष्ठा:
गणेश मूर्ति को पूरी श्रद्धा और आदर के साथ स्थापित करें। मूर्ति को ध्यान से रखें, ताकि वह गिरने या टूटने का खतरा न हो। - पुजा सामग्री की शुद्धता:
सभी पूजा सामग्री ताजगी और शुद्धता से भरी होनी चाहिए। पुराने और अस्वच्छ वस्त्र, फूल या पूजा सामग्री का उपयोग न करें। - गणेश जी को सही दिशा में रखें:
गणेश जी की मूर्ति को उत्तर या पूर्व दिशा में रखें, ताकि वह सही दिशा में आपके घर की ऊर्जा का प्रसार करें। - उचित मंत्रों का उच्चारण:
पूजा के दौरान सभी मंत्रों का उच्चारण सही ढंग से और ध्यान से करें। गलत उच्चारण से पूजा का प्रभाव कम हो सकता है। - नैवेद्य अर्पित करने से पहले जांच लें:
भगवान को चढ़ाने वाले प्रसाद (जैसे मोदक, लड्डू) ताजे और शुद्ध होने चाहिए। पुरानी या खराब वस्तु का अर्पण न करें। - पूजा के दौरान आस्था और ध्यान:
पूजा करते समय एकाग्रचित्त रहें और मन, वचन, और क्रिया से भगवान गणेश के प्रति श्रद्धा प्रकट करें। किसी भी प्रकार की विकृति या विघ्न से बचें। - दीपक और धूपबत्ती की सावधानी:
दीपक और धूपबत्ती को सुरक्षित स्थान पर रखें। सुनिश्चित करें कि वे कभी भी जलते हुए स्थान से दूर न हों, ताकि आग का खतरा न हो। - व्रत और उपवासा:
यदि आप व्रत रखते हैं तो इसे पूरी श्रद्धा और समर्पण से करें। उपवासी रहकर भोजन का त्याग करते हुए भगवान गणेश की पूजा में ध्यान केंद्रित करें। - पूजा के बाद हाथ धोना:
पूजा संपन्न होने के बाद हाथों को अच्छे से धोकर ही किसी और कार्य में लगें। भगवान के प्रसाद को लेने से पहले भी साफ हाथों का उपयोग करें। - अंतिम समय में आरती का ध्यान रखें:
पूजा के समापन के समय गणेश जी की आरती का सही और श्रद्धापूर्वक पाठ करें। आरती के दौरान दीपक और धूप की एकता बनाए रखें।
गणेश मूर्ति विसर्जन:
विसर्जन के दौरान, मूर्ति को सम्मानपूर्वक जल में प्रवाहित करें। अगर गणेश जी की मूर्ति प्लास्टर या अन्य नाशनीय सामग्री से बनी हो, तो उसे पर्यावरण के अनुकूल तरीके से विसर्जित करें।