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सूर्य चालीसा के लाभ: स्वास्थ्य, समृद्धि और सफलता के लिए

सूर्य चालीसा

ॐ जय सूर्य देवता, जगत के रचयिता।
नमः सूर्याय शान्ताय सर्वरोग निवारिणे।।
नमः सूर्याय शान्ताय सर्वरोग निवारिणे।।

  1. सूरज देवता की आराधना करूं,
    जो जगत में सर्वश्रेष्ठ हैं, यह स्वीकार करू।
    यमराज के कुप्रभाव से मुक्ति मिले,
    इस ज्ञान से तन-मन को लाभ हो।
  2. सूर्य देवता के प्रताप से जीवन में उजाला हो,
    उनका आशीर्वाद हमें सर्वथा हर दिशा से मिले।
    जो उनके चरणों में लीन होता है,
    उसकी रक्षा हर संकट से होती है।
  3. जो नित्य सूर्योदय में उन्हें प्रणाम करता है,
    उसका जीवन अंधकार से मुक्त होता है।
    वह हर कार्य में सिद्धि प्राप्त करता है,
    वंश, सम्पत्ति और शौर्य में वृद्धि होती है।
  4. चंद्र, मंगल, गुरु, शुक्र, शनि और राहु-केतु,
    इनके दुष्प्रभाव को समाप्त करने वाला है सूर्य।
    उनके दर्शन से व्यक्ति को शक्ति, बल और साहस मिलता है,
    सूर्य के साथ जप से ज्ञान, वैभव और विजय मिलती है।
  5. सूर्य की महिमा अपरम्पार है,
    उनकी उपासना से हर संकट दूर हो जाता है।
    आत्मा की शुद्धि के लिए, जीवन में सुख-शांति पाने के लिए,
    सूर्य देवता का ध्यान करूं मैं हमेशा।

ॐ सूर्याय नमः
जय सूर्य देवता।

Meaning of Surya Chalisa in Hindi :

सूर्य चालीसा का अर्थ

ॐ जय सूर्य देवता, जगत के रचयिता।
नमः सूर्याय शान्ताय सर्वरोग निवारिणे।।

  • हम सूर्य देवता की पूजा करते हैं, जो संपूर्ण संसार के सर्जक और पालनकर्ता हैं। उनकी शांति और कृपा से सभी रोगों का निवारण होता है।
  1. सूरज देवता की आराधना करूं,
    जो जगत में सर्वश्रेष्ठ हैं, यह स्वीकार करू।
    यमराज के कुप्रभाव से मुक्ति मिले,
    इस ज्ञान से तन-मन को लाभ हो।
  • हम सूर्य देवता की पूजा करते हैं, जो संसार के सर्वोत्तम देवता हैं। उनके आशीर्वाद से हमें मृत्यु के देवता यमराज के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलती है और हमारे शरीर तथा मन को शांति मिलती है।
  1. सूर्य देवता के प्रताप से जीवन में उजाला हो,
    उनका आशीर्वाद हमें सर्वथा हर दिशा से मिले।
    जो उनके चरणों में लीन होता है,
    उसकी रक्षा हर संकट से होती है।
  • सूर्य देवता के प्रभाव से हमारे जीवन में अंधकार दूर हो जाता है और हर दिशा से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। जो व्यक्ति उनके चरणों में समर्पित होता है, उसे किसी भी संकट से मुक्ति मिलती है।
  1. जो नित्य सूर्योदय में उन्हें प्रणाम करता है,
    उसका जीवन अंधकार से मुक्त होता है।
    वह हर कार्य में सिद्धि प्राप्त करता है,
    वंश, सम्पत्ति और शौर्य में वृद्धि होती है।
  • जो व्यक्ति रोज सूर्योदय के समय सूर्य देवता का प्रणाम करता है, उसका जीवन हर प्रकार के अंधकार से मुक्त होता है। वह सभी कार्यों में सफलता प्राप्त करता है और उसका परिवार, सम्पत्ति और प्रतिष्ठा बढ़ती है।
  1. चंद्र, मंगल, गुरु, शुक्र, शनि और राहु-केतु,
    इनके दुष्प्रभाव को समाप्त करने वाला है सूर्य।
    उनके दर्शन से व्यक्ति को शक्ति, बल और साहस मिलता है,
    सूर्य के साथ जप से ज्ञान, वैभव और विजय मिलती है।
  • सूर्य देवता चंद्रमा, मंगल, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु के सभी नकारात्मक प्रभावों को समाप्त करते हैं। सूर्य के दर्शन से व्यक्ति को शक्ति, बल, साहस मिलता है, और उनके मंत्रों के जाप से ज्ञान, वैभव और विजय प्राप्त होती है।
  1. सूर्य की महिमा अपरम्पार है,
    उनकी उपासना से हर संकट दूर हो जाता है।
    आत्मा की शुद्धि के लिए, जीवन में सुख-शांति पाने के लिए,
    सूर्य देवता का ध्यान करूं मैं हमेशा।
  • सूर्य देवता की महिमा अत्यधिक महान है। उनकी पूजा और ध्यान से सभी संकट समाप्त हो जाते हैं। आत्मा की शुद्धि और जीवन में सुख-शांति प्राप्त करने के लिए हम सूर्य देवता का हमेशा ध्यान करते हैं।

ॐ सूर्याय नमः
जय सूर्य देवता।

  • हम सूर्य देवता को प्रणाम करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

Meaning of Surya Chalisa in English :

Om Jai Surya Devta, Jagat Ke Rachayita,
Namah Suryaya Shantaya Sarvaroga Nivarine.

  • We worship Lord Surya, the creator and sustainer of the entire universe. His peace and blessings remove all diseases and ailments.
  1. I worship Lord Surya, who is the best in the world,
    Accepting this, I seek freedom from the effects of Yamaraj (God of Death),
    With this knowledge, may my body and mind be blessed.
  • We worship Lord Surya, the greatest of all deities in the world. Through his blessings, we seek liberation from the negative influence of Yamaraj (the God of Death), and we ask for peace and health for our body and mind.
  1. By the grace of Lord Surya, may my life be illuminated,
    May his blessings reach me from all directions.
    Those who surrender at his feet,
    Are protected from all crises and dangers.
  • With the grace of Lord Surya, may our lives be filled with light, and may his blessings come to us from all directions. Those who devote themselves to him are protected from every difficulty and danger.
  1. Whoever worships him daily at sunrise,
    Their life is freed from darkness.
    They attain success in all their endeavors,
    Their lineage, wealth, and fame increase.
  • Those who offer prayers to Lord Surya daily at sunrise are freed from the darkness of life. They succeed in all their efforts, and their family, wealth, and reputation grow.
  1. Lord Surya removes the negative effects of the Moon, Mars, Jupiter, Venus, Saturn, Rahu, and Ketu,
    By his sight, one gains strength, courage, and power.
    Chanting his name brings knowledge, wealth, and victory.
  • Lord Surya eliminates the harmful effects of the planets such as the Moon, Mars, Jupiter, Venus, Saturn, Rahu, and Ketu. His vision blesses us with strength, courage, and power. Chanting his name brings knowledge, prosperity, and success.
  1. The glory of Lord Surya is beyond measure,
    By worshipping him, all troubles are removed.
    For the purification of the soul, and to gain peace and happiness in life,
    I always meditate upon Lord Surya.
  • The glory of Lord Surya is limitless. Worshipping him removes all troubles. For the purification of the soul and to attain peace and happiness in life, we meditate on Lord Surya at all times.

Om Suryaya Namah
Jai Surya Devta.

  • We bow to Lord Surya and seek his blessings.

सूर्य चालीसा पूजा विधि और पूजा सामग्री

सूर्य चालीसा पूजा विधि :

सूर्य देवता की पूजा करते समय निम्नलिखित विधि का पालन करें:

  1. स्थान का चयन:
    • सूर्य पूजा करने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह का होता है, खासकर सूर्योदय के समय। पूजा करने के लिए साफ-सुथरी जगह का चयन करें, जहाँ सूर्य की रौशनी सीधे पड़ती हो।
  2. स्नान और शुद्धता:
    • पूजा से पहले अच्छे से स्नान करें और शुद्ध कपड़े पहनें। इस समय मन और शरीर को शुद्ध रखना महत्वपूर्ण है।
  3. पुजन सामग्री तैयार करें:
    • पूजा की सामग्री इकट्ठा करें (नीचे दी गई सामग्री देखें)।
  4. पुजा स्थल की सजावट:
    • पूजा स्थल को साफ और सुंदर बनाएं। वहाँ एक लाल रंग का कपड़ा या आसन बिछाएं।
  5. सूर्य देवता की पूजा शुरू करें:
    • सबसे पहले सूर्य देवता के चित्र या प्रतिमा के सामने दीपक जलाएं। सूर्य देवता का ध्यान करें और सूर्य चालीसा का पाठ करना शुरू करें। सूर्योदय के समय उनका ध्यान विशेष लाभकारी होता है।
  6. सूर्य चालीसा का पाठ:
    • सूर्य चालीसा का पाठ 11, 21 या 108 बार करें। इससे सूर्य देवता की विशेष कृपा प्राप्त होती है। आप चाहें तो सूर्य मंत्र (ॐ सूर्याय नमः) का जप भी कर सकते हैं।
  7. अर्चना करें:
    • सूर्य देवता को लाल फूल, तांबा, गुड़, जल और ताजा फल अर्पित करें। ये चीजें सूर्य देवता को प्रिय होती हैं।
  8. अन्न और जल का दान:
    • पूजा के बाद ब्राह्मण को या जरूरतमंद को अन्न और जल का दान करें। यह पुण्य प्राप्ति का एक महत्वपूर्ण तरीका है।
  9. प्रसाद वितरण:
    • पूजा के बाद प्रसाद का वितरण करें और परिवार के सभी सदस्यों को उसका सेवन करने के लिए कहें। सूर्य देवता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

सूर्य चालीसा पूजा सामग्री :

  1. दीपक (बत्तियां या घी का दीपक)
  2. लाल फूल (सूर्य देवता को प्रिय होते हैं)
  3. तांबे का पात्र (तांबा सूर्य देवता को प्रिय धातु है)
  4. गुड़ (सूर्य देवता को गुड़ बहुत पसंद है)
  5. ताजा फल (जैसे सेव, संतरा, केला आदि)
  6. पानी (सूर्य देवता को जल अर्पित करना शुभ होता है)
  7. चंदन (चंदन से तिलक करें)
  8. कुमकुम (सूर्य देवता को चंन्द्र के साथ जोड़ा जाता है)
  9. खील (आप इसे प्रसाद के रूप में अर्पित कर सकते हैं)
  10. कुंकुम और अक्षत (सूर्य देवता की पूजा में इनका उपयोग करें)
  11. पुष्प (लाल रंग के फूल विशेष रूप से उपयोगी होते हैं)
  12. सूर्य मंत्र: (ॐ सूर्याय नमः)

विशेष ध्यान दें :

  • पूजा के समय अच्छे विचार रखें और पूरी श्रद्धा से सूर्य देवता की आराधना करें।
  • सूर्योदय के समय विशेष रूप से पूजा करना फलदायक होता है।
  • सूर्य देवता के पूजन से जीवन में ऊर्जा, बल, और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

सूर्य चालीसा के नियमित पाठ से :

  • जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
  • स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  • ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है और कार्यों में सफलता मिलती है।