ॐ शान्ति मंत्र का महत्व

ॐ शान्ति मंत्र का महत्व

– ह मंत्र शरीर, मन और आत्मा को शांति प्रदान करता है। – इसका उच्चारण जीवन में सकारात्मकता और संतुलन लाने में सहायक होता है।

पूजा से पहले शुद्धिकरण आवश्यक

पूजा से पहले शुद्धिकरण आवश्यक

– स्नान कर शरीर और मन को शुद्ध करें। – पूजा स्थल को साफ करें और गंगाजल का छिड़काव करें।

पूजा सामग्री का सही संग्रह

पूजा सामग्री का सही संग्रह

– दीपक, फूल, अगरबत्ती, नैवेद्य, तुलसी पत्र और गंगाजल जैसी सामग्री पहले से तैयार रखें। – पूजा विधि को सही ढंग से संपन्न करने में यह सहायक होता है।

मंत्रों का उच्चारण और देवता का आह्वान

मंत्रों का उच्चारण और देवता का आह्वान

– “ॐ गं गणपतये नमः”, “ॐ नमः शिवाय” जैसे मंत्रों का जाप करें। – मन को एकाग्र कर पूजा करें ताकि अधिक लाभ मिल सके।

प्रसाद वितरण और समापन प्रक्रिया

प्रसाद वितरण और समापन प्रक्रिया

– पूजा के बाद प्रसाद सभी को बांटें और ग्रहण करें। – अंत में “ॐ शान्ति शान्ति शान्ति” का उच्चारण कर समापन करें।

आरती और भजन का विशेष महत्व

आरती और भजन का विशेष महत्व

– पूजा के बाद आरती और भजन करने से वातावरण पवित्र होता है। – “ॐ जय जगदीश हरे” जैसे प्रसिद्ध आरतियों का गायन करें।