भगवान हयग्रीव का परिचय

भगवान हयग्रीव का परिचय

– भगवान हयग्रीव, ज्ञान और बुद्धि के दाता माने जाते हैं। – वे देवी सरस्वती के साथ निवास करते हैं और विद्या का प्रकाश फैलाते हैं।

"जय हयग्रीव" भजन का महत्व

"जय हयग्रीव" भजन का महत्व

– इस भजन में भगवान हयग्रीव की महिमा का वर्णन किया गया है। – इसे गाने से बुद्धि, विवेक और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।

हयग्रीव भगवान की पूजा विधि

हयग्रीव भगवान की पूजा विधि

– प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पूजा का संकल्प लें। – पंचामृत और गंगाजल से भगवान का अभिषेक करें और मंत्र जाप करें।

पूजा में आवश्यक सामग्री

पूजा में आवश्यक सामग्री

– हयग्रीव भगवान की मूर्ति, जल कलश, धूप-दीप, चंदन, फूल, नैवेद्य, तुलसी पत्र आदि। – विशेष रूप से सफेद और लाल फूल हयग्रीव पूजा में उपयोगी माने जाते हैं।

हयग्रीव मंत्र जाप का प्रभाव

हयग्रीव मंत्र जाप का प्रभाव

– “ॐ हयग्रीवाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करने से ज्ञान और स्मरण शक्ति बढ़ती है। – यह मंत्र छात्रों और विद्या प्राप्त करने वालों के लिए अत्यंत लाभकारी है।